शरद सेन की रिपोर्ट
राष्ट्रीय कथा वाचक राकेशानंद जी महाराज पर हमला: “सनातन धर्म की रक्षा के लिए हर जन्म में मरने को तैयार हूं”
छिंदवाड़ा: प्रख्यात राष्ट्रीय कथा वाचक एवं धर्म गुरु राकेशानंद जी महाराज पर एक बार फिर हमला हुआ है। सनातन धर्म की रक्षा और हिंदू राष्ट्र निर्माण के प्रबल समर्थक महाराज श्री ने इस घटना पर कहा कि वे धर्म और राष्ट्र के लिए अपने प्राणों की आहुति देने को हर समय तैयार हैं।
महाराज श्री अपनी कथाओं में हमेशा हिंदू राष्ट्र की स्थापना और सनातन बोर्ड के गठन की वकालत करते रहे हैं। उनका मानना है कि यह समय धर्म की रक्षा के लिए खड़े होने का है। वे अक्सर अपने प्रवचनों में कहते हैं, “एक हाथ में माला और दूसरे हाथ में भाला होना चाहिए।” उनका यह संदेश उनके अनुयायियों में जागरूकता और साहस भरने का काम करता है।
हमले की पृष्ठभूमि
यह पहली बार नहीं है जब राकेशानंद जी महाराज को निशाना बनाया गया है। इससे पहले भी उनकी हिंदू राष्ट्र और सनातन धर्म की विचारधारा को लेकर उन पर हमले हो चुके हैं। महाराज श्री के अनुसार, यह हमले उनकी आवाज को दबाने की कोशिश हैं।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “धर्म की रक्षा के लिए मैं केवल इस जन्म में नहीं, हर जन्म में मरने को तैयार हूं। जो लोग इस तरह के कायरतापूर्ण हमले कर रहे हैं या करवा रहे हैं, वे सामने आकर करें तो बेहतर होगा। हम धर्म के लिए लड़ते रहेंगे।”
भक्तों में आक्रोश
इस घटना के बाद महाराज श्री के अनुयायियों और सनातन धर्म के समर्थकों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। वे इसे सनातन धर्म और हिंदू राष्ट्र की विचारधारा पर सीधा हमला मानते हैं। देशभर में महाराज श्री के समर्थक इस घटना की निंदा कर रहे हैं और हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पुलिस जांच जारी
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच के अनुसार, यह हमला योजनाबद्ध प्रतीत होता है। पुलिस हमलावरों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है और मामले के हर पहलू की गंभीरता से जांच की जा रही