बैतूल से मोहन प्रजापति
कलेक्टर एसपी पहुंच गए डुल्हारा, अवैध कोयला खनन स्थल काे आंखों से देखा इस अवैध उत्खनन खनन में खनिज विभाग भी कहीं ना कहीं जिम्मेदार
(मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में तवा नदी के किनारे लंबे समय से अवैध सुरंग बनाकर किया जा रहा कोयले का खनन)
घोड़ाडोंगरी। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में घोड़ाडोंगरी विकासखंड में तवा नदी के किनारे ग्राम डुल्हारा में अवैध रूप से सुरंग बनाकर कोयले का उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है। इसकी लगातार मिल रही सूचना पर गुरुवार को कलेक्टर नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी व पुलिस अधीक्षक निश्चल एन झारिया ने मौके का निरीक्षण किया।
कलेक्टर सूर्यवंशी ने कोयला खनिज के अवैध उत्खनन से निर्मित नए एवं पुराने सुरंगनुमा गड्ढों को बंद किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन गड्ढों की बोल्डरों द्वारा ठोस ढंग से भराई कराई जाए तथा बुलडोजर से पिचिंग कराई जाए, जिससे अवैध उत्खनन कर्ता दोबारा इन स्थलों से कोयला की चोरी न कर सकें।
उल्लेखनीय है कि डुल्हारा क्षेत्र में काफी संख्या में चोरी छिपे गड्ढे एवं सुरंग बनाकर कोयले का अवैध उत्खनन कर रहे थे। जिन्हें भरने के निर्देश कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने खनिज अधिकारी को दिए।
निरीक्षण के पश्चात कलेक्टर व एसपी ने ग्राम में ग्राम चौपाल आयोजित कर ग्रामीणों से चर्चा की। इस दौरान ग्रामीणों को कोयला खनिज के अवैध खनन पर किए जाने वाली कानूनी कार्रवाई और दुष्परिणामों की जानकारी देकर समझाइए दी।, कोयला उत्खनन के लिए इतनी लंबी लंबी सुरंग खोदी गई क्या इस बात की जानकारी खनिज विभाग को नहीं है?।
घोड़ा डोंगरी विकासखंड में तवा नदी के किनारे ग्राम डुल्हारा में अवैध सुरंग बनाकर बड़े पैमाने पर कोयला का उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है आश्चर्य की बात यह है कि इतनी बड़ी-बड़ी सुरंगे बनाकर कोल माफियाओं द्वारा बड़े पैमाने पर काला सोना का अवैध उत्खनन कर ट्रकों में भरकर बेचा जा रहा है क्या इन सुरंगों की जानकारी खनिज विभाग को नहीं है यह बात समझ से परे है क्योंकि समाचार पत्रों द्वारा लगातार कोल माफियाओं के द्वारा किए जा रहे अवैध रूप से लंबी लंबी सुरंग बनाकर कोयला उत्खनन के समाचार लगातार प्रकाशित करने के बावजूद भी खनिज विभाग कुंभकर्णी नींद में सोया हुआ था ।
खनिज विभाग द्वारा कभी भी इस बात की ओर तवज्जो नहीं दिया गया कि समाचार की सत्यता बाबत एक बार तो उस क्षेत्र का निरीक्षण कर ले जहां से बड़े पैमाने पर कोयला का उत्खनन लंबी लंबी सुरंग बनाकर कर बेचा जा रहा है यह सारी स्थिति इस बात की ओर इशारा करती है कि इस अवैध कोयला उत्खनन में खनिज विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भी कहीं ना कहीं शामिल है। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा इस तथ्य की भी जांच करना चाहिए।
मात्र एक बार निरीक्षण कर निर्देश देने से कुछ नहीं होगा कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को कोल माफिया ऊपर पैनी नजर रखना होगा डुल्हारा जाकर कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी तथा पुलिस अधीक्षक निश्चल एन झारिया द्वारा कॉल माफिया द्वारा किए जा रहे उत्खनन और लंबी-लंबी सुरंग जिसके माध्यम से कोयला निकाला जा रहा था
निरीक्षण किया गया मात्र एक बार जाकर निरीक्षण करने और खनिज विभाग को निर्देश देने से कुछ नहीं होने वाला बल्कि कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी तथा पुलिस अधीक्षक निश्चल एन झारिया को कोल माफिया पर लगातार नजर रखते हुए खनिज विभाग के अधिकारियों पर नकेल कसना होगा क्योंकि खनिज विभाग इस अवैध उत्खनन में कहीं ना कहीं सहभागी है तभी तो कोल माफिया द्वारा बेधड़क लंबी-लंबी सुरंग खोदकर ट्रकों से कोयला निकाल कर बेच रहे हैं।