प्रशासन और विधायक डॉ.योगेश पंडाग्रे की चुप्पी पर आप नेता अजय सोनी ने उठाए सवाल
बैतूल। आमला-सारनी विधानसभा में आम आदमी पार्टी ने झोलाछाप डॉक्टरों की बढ़ती गतिविधियों के खिलाफ जिला मुख्यालय पर धरना आंदोलन का ऐलान किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय सोनी ने स्वास्थ्य के इस मुद्दे पर प्रशासन और स्थानीय विधायक डॉ. पंडाग्रे की निष्क्रियता पर कड़ी आलोचना की है।
अजय सोनी ने कहा कि जब अवैध चिकित्सा प्रथाएँ बढ़ रही हैं,तब भी प्रशासन मरीज की शिकायत का इंतजार करता हुआं मूक दर्शक बना हुआ है। आम आदमी पार्टी इस गंभीर मुद्दे को लेकर चिंतित हैं,क्योंकि लगातार बढ़ती अवैध चिकित्सा गतिविधियों के कारण शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों की स्वास्थ्य सुरक्षा खतरे में है। उन्होंने प्रशासन को इस गंभीर समस्या की गंभीरता के प्रति सोशल मीडिया से प्रेस के माध्यम से और जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को बार बार मुलाकात कर जागरूक करने का प्रयास किया है।
सारनी, पाथाखेड़ा, शोभापुर,
आमला, बोड़खी और इनसे लगे हुए कई ग्रामीण क्षेत्रों में ये झोलाछाप चिकित्सक वर्षो से अवैध क्लीनिक संचालित कर रहे हैं, अपने द्वारा दिए जाने वाले उपचार में कई मेडिकल स्टोर की प्रिस्क्रिप्शन पैड भी रखे हुए हैं, उन पर्चियों से मरीजों को महंगी दवाइयां क्रय करवाकर अपने कमीशन की चाह में अनाधिकृत दवाखानों के व्यापार को दिन ब दिन बढ़ावा दे रहे है।
अगर स्वास्थ्य विभाग का अमला निष्पक्ष जमीनी जांच करें तो कई मैडिकल स्टोर अवैध रूप से दवाखाना संचालन करने वालों के स्वयं के एलोपैथिक औषधियों हेतु चिकित्सा-विक्रय केंद्र भी खुले हुए हैं। इससे भी अधिक चिंताजनक यह है कि बैतूल जिले के जिम्मेदार औषधि निरीक्षक का भौतिक निरीक्षण से लंबे अरसे से इन क्षेत्रों से अनुपस्थित रहना इस गंभीर समस्या को और अधिक विकट बना रहा है।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयुक्त सचिव अजय सोनी ने कहा कि आमला-सारनी विधानसभा के विधायक डॉ. पंडाग्रे जो स्वयं एक योग्य ऐलोपैथिक डॉक्टर हैं इस गंभीर मुद्दे पर क्यों मौन धारण किए हुए हैं।
आमला-सारनी का दुर्भाग्य
अजय सोनी ने इसे आमला-सारनी का दुर्भाग्य बताया कि यहाँ का प्रतिनिधित्व करने वाले डॉक्टर विधायक जनता की अनाधिकृत पेथी से होने वाली घटनाओं पर क्यों मूक दर्शक बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह डॉ. योगेश पंडाग्रे का दायित्व है कि वे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दें कि डॉक्टर जिस चिकित्सा पद्धति में प्रशिक्षित हैं जिनका स्वास्थ्य विभाग में पंजीयन हैं,केवल उसी पेथी में इलाज करें।
विधायक डॉ. पंडाग्रे का दायित्व है कि वे संबंधित ड्रग्स इंस्पेक्टर को भी निर्देश दें कि वे जिले के सभी मेडिकल स्टोर्स का नियमित निरीक्षण समय समय पर सुनिश्चित करें। इसके साथ ही यह भी अनिवार्य कराएं कि मेडिकल स्टोर्स पर बेची जा रही दवाओं की गुणवत्ता,लाइसेंस की वैधता और सभी कानूनी प्रावधानों का पालन सख्ती से जांचा जाए।
अवैध दवाओं और बिना लाइसेंस संचालित स्टोर्स पर तुरंत कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि जिलें के नागरिकों को सुरक्षित और प्रमाणिक चिकित्सा सेवाए उपलब्ध हो सकें। अजय सोनी ने आगे कहा कि डॉ.योगेश पंडाग्रे ने ऐलोपैथी में शिक्षा प्राप्त की है,इसलिए उनका ज्ञान उसी विधा तक सीमित है। फिर वे आयुर्वेद और होम्योपैथी के अधिकृत डॉक्टरों को इतनी साधारण बात क्यों नहीं समझा पा रहे हैं ? क्षेत्र में हो रहे स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता वाले आंदोलनों और मीडिया रिपोर्ट्स द्वारा बार-बार चेतावनी देने के बावजूद,उनका मौन और निष्क्रियता मानो जैसे कुम्भकर्णी नींद में सोए होने का प्रतीक है।
अजय सोनी ने जिला प्रशासन को चेताया है कि अब चिकित्सकीय परामर्श-पत्र में रोगी का संपूर्ण विवरण, चिकित्सक का नाम,योग्यता, पंजीकरण संख्या,और हस्ताक्षर सम्मिलित करना अनिवार्य किया जाए। सोनी ने बताया कि कई झोलाछाप चिकित्सक बिना किसी उचित योग्यता के एलोपैथिक औषधियाँ लिखते हैं और बिना पर्याप्त ज्ञान के एमबीबीएस चिकित्सक की भाँति इंजेक्शन लगाते हैं,जिससे रोगियों का जीवन लंबे अरसे से संकट में है। इस स्थिति का गंभीरता से संज्ञान लिया जाना अति आवश्यक है। जिस पद्धति में चिकित्सक ने अपनी चिकित्सा शिक्षा प्राप्त की है,उसी में उपचार करना अनिवार्य होना चाहिए। इससे यह सुनिश्चित होगा कि चिकित्सक अपनी विशेषज्ञता का समुचित प्रयोग कर रहे हैं और रोगियों को उनके क्षेत्र में प्रशिक्षित व्यक्ति से उपचार प्राप्त हो रहा है।
अजय सोनी ने इस स्थिति को अत्यंत गंभीर बताते हुए जिला प्रशासन और आमला-सारनी विधानसभा के विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे एवं अन्य जिलें के जन प्रतिनिधियों को चेतावनी देते हुए कहा कि इस संवेदनशील मुद्दे पर जिलें स्तर पर तत्काल कोई ठोस कदम उठाए जाएं ताकि क्षेत्र में अवैध चिकित्सा गतिविधियों पर पूर्ण अंकुश लगाया जा सके और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो। उन्होंने एक सुदृढ़ चेतावनी बताया कि झोलाछाप चिकित्सकों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाए।
जनमानस में आक्रोश बढ़ता जा रहा है,और बिना किसी मरीज के साथ अप्रिय घटना घटित होने के पूर्व बिना किसी की शिकायत के जिलें का स्वास्थ्य विभाग जमीनी स्तर पर अपने नैतिक दायित्व का निर्वाहन करें।अब समय आ गया है कि स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन मिलकर ठोस कदम उठाएँ ताकि भविष्य में किसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके। आम आदमी पार्टी इस मुद्दे पर कोई ढिलाई नहीं बरतेगी और समाज की सुरक्षा हेतु अपने प्रयासों में निरंतर बनी रहेगी।