ताप्ती के उद्गम स्थल को न्यास में जोड़ने की प्रक्रिया होगी शुरू
बैतूल। मुलताई में सूर्यपुत्री मां ताप्ती के उद्गम स्थल को लेकर ऐतिहासिक दस्तावेजों के आधार पर संरक्षित और संधारित करने की प्रक्रिया में तेजी आ गई है। सूर्यपुत्री मां ताप्ती श्री क्षेत्र विकास न्यास, मुलताई के भक्तों ने कलेक्टर बैतूल को आवेदन देकर आग्रह किया है कि पुरातन दस्तावेजों के आधार पर स्थल को स्वयंभू न्यास में जोड़कर इसे संरक्षित किया जाए। इस संबंध में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी बैतूल के निर्देशानुसार अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) मुलताई द्वारा जांच के आदेश जारी किए गए हैं।
अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय मुलताई के आदेशानुसार 08 नवंबर को मौके पर जाकर दस्तावेजों की जांच की जाएगी। जांच दल का गठन किया गया है, जो मौके पर निरीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगा। इस जांच प्रक्रिया में श्रीमती वर्षा पति दिनेश गडेकर अध्यक्ष नगरपालिका परिषद मुलताई सहित भक्तगण बसंतपुरी पिता सोम्मार पुरी, प्रशांत पिता रामनाथ भार्गव, मनीष माथनकर, दिनेश कालभोर, निशा पति ओमकार भारती, सौरभ भार्गव, बृजकिशोर पिता नत्थूलाल खंडेलवाल, अमरचंद पिता रामेश्वरदयाल अग्रवाल, शोभित पिता अभय भार्गव, नारायण पिता राधाकृष्ण कपले, दीपक पिता बाबूराव देशमुख, घनश्याम पिता चिन्धू सोनी जांच में सम्मिलित होंगे। इस जांच का उद्देश्य ताप्ती उद्गम स्थल को ऐतिहासिक दृष्टि से संरक्षित करना और न्यास में जोड़ना है। सभी भक्तों को निर्देशित किया गया है कि वे नियत तिथि पर स्थल पर उपस्थित रहें ताकि सत्यापन प्रक्रिया में किसी प्रकार की कमी न रहे। ताप्ती भक्तों का मानना है कि इस पूरी कार्यवाही में मां ताप्ती ने बैतूल कलेक्टर पर विशेष अनुकंपा करते हुए उन्हें यह दायित्व सौंपा है।