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“जिम्मेदार मर्दानगी”-यौन हिंसा की रोकथाम, लैंगिक संवेदनशीलता, और सुरक्षा पर एक दिवसीय कार्यशाला

पुलिस अधीक्षक बैतूल, श्री निश्छल झारिया के मार्गदर्शन में दिनांक 19 अक्टूबर 2024 को “जिम्मेदार मर्दानगी” विषय पर एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस सामुदायिक पुलिस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यौन हिंसा की रोकथाम, लैंगिक संवेदनशीलता बढ़ाना, और समाज में सुरक्षा सुनिश्चित करना था। ग्राम एवं नगर रक्षा समिति के सदस्यों की क्षमता विकास, जेंडर आधारित हिंसा, महिला एवं बाल सुरक्षा के मुद्दों पर जन जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

उपस्थित अधिकारी एवं प्रशिक्षक
कार्यशाला में नर्मदापुरम से डीएसपी श्री मुकाती की उपस्थिति के साथ-साथ “साथिया वेलफेयर सोसाइटी,” “प्रदीपन,” और “इंटरनेशनल जस्टिस मिशन” जैसे प्रशिक्षित संस्थानों के प्रतिनिधियों द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम में एसडीओपी बैतूल शालिनी परस्ते, आरआई दिनेश मर्सकोले, अन्य पुलिस अधिकारी, और बैतूल के विभिन्न थानों से लगभग 160 ग्राम रक्षा समिति के सदस्य उपस्थित रहे।

पुलिस अधीक्षक श्री निश्छल झारिया ने अपने उद्बोधन में समाज में यौन हिंसा की रोकथाम के लिए पुरुषों की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लैंगिक समानता और महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुरुषों को अपनी जिम्मेदारियों को समझना होगा और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना होगा। कार्यशाला के दौरान, पुलिस अधिकारियों ने यौन हिंसा से निपटने के लिए कानूनी प्रावधानों और उनके पालन के महत्व पर भी चर्चा की।

इस कार्यशाला में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए ग्राम एवं नगर रक्षा समिति के सदस्यों ने अपनी समझ और संवेदनशीलता को विकसित किया और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्धता दिखाई।

इस कार्यक्रम के माध्यम से पुलिस विभाग का लक्ष्य समाज में लैंगिक समानता और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता का विकास करना है।

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