जोहार सरकार बैतूल,मिशन ट्राइबल-5 के युवा माह पूजा महा महोत्सव में हुए शामिल
जिला अस्पताल का नाम महानायक सरदार गंजनसिह कोरकू से नामकरण कराने की मांग उठाई
बैतूल। जोहार सरकार के नेतृत्व में जिले के सैकड़ों युवा छत्रपति शिवाजी ओपन ऑडिटोरियम में आयोजित माह पूजा महा महोत्सव में शामिल हुए। जिले के विभिन्न हिस्सों से युवा पारंपरिक गडली सुसुन सांस्कृतिक नृत्य टीम के साथ जिला मुख्यालय मुठवा धाम पहुंचे, जहां पूजा-पाठ करने के बाद विशाल रैली के रूप में कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में जोहार सरकार बैतूल के झंडे लहराए गए, जिन पर महानायक सरदार गंजनसिह कोरकू का छायाचित्र अंकित था। इन झंडों के माध्यम से जिले में सरदार गंजनसिह कोरकू को उचित सम्मान देने की मांग उठाई गई।
कार्यक्रम में शामिल युवाओं ने समाज की एकजुटता का परिचय दिया और कहा कि वे हमेशा समाज के लिए समर्पित रहेंगे। उन्होंने कहा कि जब भी समाज की बात आएगी, वे कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे और हर परिस्थिति में समाज का समर्थन करेंगे। इस दौरान जोहार सरकार की गडली सुसुन नृत्य टीम ने कोरकू जनजातीय संस्कृति की मनमोहक प्रस्तुति दी। पारंपरिक वेशभूषा में कलाकारों ने अपनी शानदार नृत्य प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
महामहोत्सव में जंगल सत्याग्रह में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले युवा समाजसेवी और टीवी चैनल सिनेमा आर्टिस्ट शिवा बारस्कर बेठे बांजारीडाल ने कहा कि 1930 के जंगल सत्याग्रह में सरदार गंजनसिह कोरकू ने नेतृत्व किया था। उन्होंने मांग उठाई कि जिले में उनके योगदान को देखते हुए जिला अस्पताल का नाम महानायक सरदार गंजनसिह कोरकू के नाम पर रखा जाए ताकि आने वाली पीढ़ी उनके बलिदान और संघर्ष को जान सके।
इस आयोजन में मेलघाट के पूर्व विधायक प्रभुदास भिलावेकर, डॉ. महेंद्र सिंह चौहान कोरकू, गडली सुसुन नृत्य विशेषज्ञ महादेव बेठे कोरकू, मिशन ट्राइबल-5 के जिलाध्यक्ष डॉ. अलकेश धोटे, आर्मी ट्रेनर करण चढ़ोकार, आर्टिस्ट कोया राजा 2025 विनर शुभम बारस्कर बेठे, टीवी चैनल सिनेमा आर्टिस्ट शिवा बारस्कर बेठे, थिएटर कलाकार युवा समाजसेवी करण धाड़से, भवई डांसर मुकेश मौसिक, सिंगर अर्जुन धोटे (ओ सांगों..), सिंगर डांसर यूट्यूबर लक्ष्मण बारस्कर बेठे, सूरज बेठे कोरकू, शुभम बारस्कर, परमेश बारस्कर, सुनील लिखितकर, सतीश ठाकरे, मशहूर डांसर गणेश ढिकारे, बंशी बारस्कर सहित कई कलाकार शामिल हुए। पूरे कार्यक्रम के दौरान कोरकू संस्कृति की झलक देखने को मिली।


