
एक राष्ट्र एक चुनाव देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को और सशक्त बनाएगा : रोहित आर्य
एक राष्ट्र एक चुनाव सरकारी कोष पर पड़ने वाला आर्थिक बोझ कम होगा, विकास की गति बढ़ेगी: रोहित आर्य
एक राष्ट्र एक चुनाव विकसित भारत’ के सपने को नई प्रगति और समृद्धि की ओर ले जाएगा: बंटी विवेक साहू
एक राष्ट्र एक चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रहित वाली विचारधारा का एक पहलू है: शेषराव यादव
छिंदवाड़ा। एक राष्ट्र एक चुनाव पर राष्ट्रव्यापी विचार एवं परामर्श सम्मेलन का आयोजन सासंद बंटी विवेक साहू के मुख्य आतिथ्य में एवं भाजपा जिलाध्यक्ष शेषराव यादव की अध्यक्षता में सतपुड़ा लॉ कॉलेज मोहन नगर में किया गया। सम्मेलन में राज्य समिति के समन्वयक मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति रोहित आर्य मुख्यवक्ता के रूप में शामिल हुए।
एक राष्ट्र एक चुनाव सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व न्यायमूर्ति रोहित आर्य ने कहा कि देश में एक साथ चुनाव प्रक्रिया नहीं होने और एक के बाद एक राज्यों में चुनाव होने के कारण निर्वाचित मंत्री, सांसद, विधायक अधिकांशतः समय चुनावों में व्यस्त रहते है और विकास एजेंडे के क्रियान्वयन के लिए अधिक समय नहीं दे पाते। उन्होंने कहा कि एक देश, एक चुनाव देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को और सशक्त बनाएगा। सरकारी कोष पर पड़ने वाला आर्थिक बोझ कम होगा, विकास की गति बढ़ेगी तथा देश विकास और सुशासन की नई बुलंदियों तक पहुंचेगा। एक राष्ट्र, एक चुनाव विकसित भारत के निर्माण और भारत की लोकतांत्रिक यात्रा में एक नए युग की शुरुआत होगी। आर्य ने कहा, यह किसी विशेष पार्टी या राज्य के बारे में नहीं है और यह हर जगह हो रहा है। एक राष्ट्र एक चुनाव लागू होने के बाद मंत्रियों और अन्य मशीनरी के पास राज्यों और देश के विकास पर ध्यान केंद्रित करने के लिए पर्याप्त समय होगा। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की रिपोर्ट ने 2034 तक प्रस्तावों को लागू करने की सिफारिश की है, लेकिन उससे पहले हमें देश के हर नागरिक को समझाने की जरूरत है।
सासंद बंटी विवेक साहू ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि एकता के अपने प्रयासों के तहत, हम अब एक राष्ट्र, एक चुनाव पर काम कर रहे हैं, जो भारत के लोकतंत्र को मजबूत करेगा, भारत के संसाधनों का अधिकतम उपयोग करेगा, तथा ‘विकसित भारत’ के सपने को नई प्रगति और समृद्धि की ओर ले जाएगा।
जिलाध्यक्ष शेषराव यादव ने एक राष्ट्र, एक चुनाव पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रहित वाली विचारधारा का एक पहलू है। उन्होंने कहा कि लोकहित में एक राष्ट्र-एक चुनाव के बहुआयामी सकारात्मक परिणाम से देश के विकास के लिए जनता से समर्थन प्राप्त करने के लिए और राष्ट्र निर्माण में जनता की भागीदारी और सहभागिता सुनिश्चित करने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि बार बार अलग अलग तरह के चुनाव आचार संहिता लगने से लाभकारी विकास कार्यों की गति में विराम लगता है ।
कार्यक्रम में सतपुड़ा लॉ कॉलेज के प्राचार्य वेदप्रकाश शर्मा द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया एवं कार्यक्रम का संकलन एक राष्ट्र एक चुनाव समिति के जिला संयोजक अलकेश लाम्बा तथा कार्यक्रम का संचालन समिति के जिला सह संयोजक अधिवक्ता पीयूष शर्मा ने किया।
सम्मेलन के दौरान इस मुहिम को जनजागरण बनाने के लिए प्रबुद्ध जनों, अधिवक्ता, चिकित्सक, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक, स्वयं सेवी, सहकारिता संगठनों, नगरीय निकाय, महाविद्यालय, शिक्षकों, विधार्थी, व्यापारियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।