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हेमंत खण्डेलवाल बने संरक्षक ट्रस्टी, छिन्न मस्तिका माता मातेश्वरी ट्रस्ट का हुआ पुर्नगठन


बैतूल। असम के कामख्या मंदिर के बाद दूसरे सबसे बड़े शक्ति पीठ के रूप में झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 80 किमी. की दूरी पर रामगढ़ जिले में रजरप्पा माँ के छिन्न मस्तिका माता मंदिर का बड़ा महत्व है। छिन्न मस्तिका माता मूर्ति के रूप में झारखंड के अलावा 2017 में मध्यप्रदेश के बैतूल जिला मुख्यालय पर बने मंदिर में स्थापित हुई थी।


सदर में काशी तालाब के बाजू में स्थित छिन्न मस्तिका माता मंदिर की व्यवस्था पंजीकृत सिद्ध दशमहाविद्या श्री श्री छिन्न मस्तिका माता मातेश्वरी ट्रस्ट बैतूल कर रहा है। ट्रस्ट के अध्यक्ष नवनीत गर्ग ने बताया कि ट्रस्ट का विस्तार करते हुए समाजसेवी एवं धर्मप्रेमी हेमंत खण्डेलवाल विधायक बैतूल को सर्वसम्मति से ट्रस्ट संरक्षक ट्रस्टी बनाया गया है।


मंदिर ट्रस्ट के सचिव निखिल अग्रवाल ने बताया कि ट्रस्ट का पुर्नगठन भी किया गया है। जिसमें उपाध्यक्ष राम भार्गव, कोषाध्यक्ष अम्बेश बलुवापुरी, सहसचिव नारायण मालवी, मंदिर व्यवस्थापक पं. आनंद अग्रवाल के अलावा ट्रस्ट की कार्यकारिणी में पं. महेश पांडे, हेमंत मालवी, हेमराज जसूजा (अन्नू) विरेंद्र चौहान, प्रवीण गर्ग, सुनील शर्मा गुड्डू, लोकेश पगारिया, जितेंद्र साहू (जित्तू), सजल गर्ग, कमल सेनानी, राजेश जैन, पवन अग्रवाल एवं मनीषा साहू को शामिल किया गया है।

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