बैतूल। जिला अस्पताल और रेलवे विभाग के कर्मचारियों ने 6 सितंबर को नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) और यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) के खिलाफ काली पट्टी बांधकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे जिला अध्यक्ष रवि सरनेकर और जिलासंयोजक डॉ.रुपेश कुमार पदमाकर ने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन एनपीएस और यूपीएस के चलते उत्पन्न असुरक्षा और असंतोष को लेकर किया गया, आंदोलन के अंतिम दिन देश भर के कर्मचारियों ने प्रदर्शन में भाग लिया और अपनी मांगों को बुलंद किया। एनपीएस और यूपीएस जैसी योजनाएं कर्मचारियों के भविष्य को अंधकारमय बना रही हैं। इन योजनाओं के तहत उनकी पेंशन में कटौती हो रही है, जिससे उनके जीवन के बाद के वर्षों में आर्थिक सुरक्षा कम हो रही है। विरोध प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की और सरकार से पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को तुरंत बहाल करने की मांग की। रवि सरनेकर ने कहा कि एनपीएस और यूपीएस योजनाओं ने कर्मचारियों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है और उन्हें अब पुरानी पेंशन योजना की बहाली की सख्त जरूरत है। काली पट्टी बांधकर उन्होंने अपने असंतोष को प्रदर्शित किया और कहा कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे अपने संघर्ष को और तेज करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे। इस विरोध में स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर, नर्स, और अन्य कर्मचारी शामिल थे, जिन्होंने एकजुट होकर एनपीएस और यूपीएस के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। रेलवे विभाग के कर्मचारियों ने भी इस विरोध में सक्रिय भूमिका निभाई और कहा कि वे स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ इस संघर्ष में पूरी तरह से साथ हैं। कर्मचारियों ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना के तहत उन्हें जो सुरक्षा मिलती थी, वह आज की योजनाओं में नहीं है। इसलिए, वे चाहते हैं कि सरकार उनके भविष्य की सुरक्षा के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल करे। विरोध प्रदर्शन के बाद कर्मचारियों ने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती है, तो वे अपनी आवाज को और बुलंद करेंगे और बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।



