युवा कांग्रेस ने उठाई आवाज़: मध्यप्रदेश में रोजगार दो, बेरोजगारी के आंकड़े नहीं
मध्यप्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी पर युवा कांग्रेस का प्रदर्शन, मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन
बैतूल। मध्यप्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी को लेकर युवा कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए राज्य में रोजगार की स्थिति पर कड़ा विरोध जताया। जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष विजय पारधी के नेतृत्व में रोजगार पंजीयन कार्यालय में ज्ञापन दिया गया। इस ज्ञापन में युवा कांग्रेस ने प्रदेश सरकार से बेरोजगारी के सही आंकड़े पेश करने और युवाओं को रोजगार देने की मांग की है।
प्रदर्शन में युवा नेताओं की भागीदारी
इस अवसर पर युवा कांग्रेस के कई प्रमुख पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रमुख रूप से शामिल होने वालों में प्रशांत राजपूत ब्लॉक कांग्रेस कमेटी शहर अध्यक्ष, प्रीतेश गंगारे, एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष जैद खान, जयपाल यादव, राकेश गुप्ता, सोनू राठौर, शेख आकिब, अमर मसकोले, सोनू किरोडे, शेख इरशाद, ऋषभ मथनकर, बंटी बामने, गोविंद धुर्वे, नितेश इवने, कमलेश बिसनद्रे और सोनू नर्रे सहित युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता शामिल थे।
मध्यप्रदेश में बढ़ी बेरोजगारी का मुद्दा
ज्ञापन में कहा गया कि पौरियोडिक लेबर फोर्स के सर्वे में बताया गया है कि मध्यप्रदेश में बेरोजगारी दर 1 प्रतिशत से कम है, जो कि पूरी तरह निराधार है। वहीं, राज्य सरकार के कौशल विकास एवं रोजगार विभाग के विधानसभा में दिए उत्तर के अनुसार, मध्यप्रदेश में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या 25,82,759 है, जिससे यह साफ होता है कि बेरोजगारी का वास्तविक आंकड़ा कहीं अधिक है।
सरकारी नौकरियों पर सवाल
ज्ञापन में यह भी बताया गया कि 2023 के विधानसभा चुनावों में किए गए वादों के अनुसार 2.50 लाख सरकारी नौकरियां देने का संकल्प लिया गया था, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। युवा कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि वे रिक्त पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया को शुरू करें और राज्य में रोजगार के अवसरों को बढ़ावा दें।
युवाओं के साथ न्याय की मांग
युवा कांग्रेस ने सरकार से अनुरोध किया है कि वे फेक सर्वे को खारिज करें और राज्य में बेरोजगारी की वास्तविक स्थिति से जनता को अवगत कराएं। साथ ही, रोजगार के नए अवसर पैदा करने की मांग की गई है ताकि राज्य के युवाओं को न्याय मिल सके और वे अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकें।